दो रात को भी उतना ही प्यार, बनो ख़ुद ही कश्ती ख़ुद पतवार। दो रात को भी उतना ही प्यार, बनो ख़ुद ही कश्ती ख़ुद पतवार।
खामोश रह कर कर्म किये जा, सफलता खुद ही शोर मचा देगी। खामोश रह कर कर्म किये जा, सफलता खुद ही शोर मचा देगी।
अपने घर में ही बैठकर जंग को जीतो ना धरती का विनश होनेसे बचाओ ना। अपने घर में ही बैठकर जंग को जीतो ना धरती का विनश होनेसे बचाओ ना।