पिता-सृष्टि कि अदभुत संरचना
पिता-सृष्टि कि अदभुत संरचना
हैं दृढ़ शक्ति का का परिचायक जो हम उन्हें पिता कहते हैं,
हर मुश्किल पलों में जिसने हमें संभाला, हम उन्हें पिता कहते हैं,
है पर्वत से अडिग जो, है अदृश्य शक्तियों का वाहक वों,
वो नभ है, वायु है, प्यार से भरा अथाह सागर हैं,
जिस पल में चाहे वो ढल जाते है, हमारे हर चाह को वो पूरा कर जाते है,
हर सपनों की उड़ान है वो, मेरे लिए तो मेरी जान है वो
मेरी जिंदगी में उनका होना, मेरे लिए सबसे बड़ा वरदान है,
मेरे लिए तो पिता जी, जिंदगी जीने की पहचान हैं |
अपने संतान कि सुख को जो सर्वोपरि समझते हो,
बिन बोले हर एक दिल की बात को परखते हों,
है मेरा प्रयास ये जिऊ, आपके सपनों को खुद में,
पूरा हो आपका हर एक सपना ये मेरा हरसंभव प्रयास हो |
आप हो तो दुनिया कि सारी खुशियां अपनी होती है,
आपके आशीर्वाद से सारा जहां क़दमों में हो सकती है
है अटल विश्वास की आपके सपनों को पूरा कर जाऊंगा,
आपके आशिर्वाद से पिता जी आपके और अपने सपने को जी जाऊंगा |
मेरे लिए तो हर एक दिन आपका ही दिन होता है,
किस दिन कह दूं, कि ये एक दिन पितृ दिवस होता है,
दूर होकर भी खुद को हर दिन, आपके पास पाता हूं !
नजदीकियां इस कदर है आपसे की हर रोज़ पितृ दिवस मनाता हूं |
