याद
याद
यादों में इतने मशरुफ हो गए हैं तुम्हारे
हवाओं संग गुलाबों की सुगंध बहका जाती है।
यादों पे तुम्हारे जोर नहीं होता कोई
गुलशन को भी सरलता से महका जाती है।
यादों में इतने मशरुफ हो गए हैं तुम्हारे
हवाओं संग गुलाबों की सुगंध बहका जाती है।
यादों पे तुम्हारे जोर नहीं होता कोई
गुलशन को भी सरलता से महका जाती है।