याद
याद
गीत
सादगी है अदा, याद के हैं भँवर !
खिलखिला तुम दिये, उठ रही है लहर !!
जान कर बन रहे, आज अनजान हो !
रूप ऐसा सजा, मान अभिमान हो !
देख कर पल ठगे, आज बरसा कहर !!
तौल कर दी खुशी, कुछ कमी रह गई !
श्वास उठ के गिरी, फ़िर थमी रह गई !
भूल हम ही गये, कौन किस की डगर !!
खो गये खुद कहीं, यह बहाना लगे !
मुस्कराते रहो, भाग अपना जगे !
टकटकी है लगी, खिल गये जो अधर !!
सादगी में सजी, यौवना, चंचला !
तन, बदन क्या कहें , मन मयूरी खिला !
छू गयी जब हवा, हो गये तर बतर !!