विज्ञान कथा
विज्ञान कथा


है विज्ञानी सोच शिखर पर ,
यह नवयुग की बेला है !!
नई नई तकनीकें हो या ,
अंतरिक्ष से जा मिलना !
संचारी हो नवीन पद्धति ,
या बुनियादी संरचना !
शिक्षा के आयाम नए से ,
अब विकास का मेला है !!
उत्पादन के दौर निराले ,
गुणवत्ता उत्तम ठहरी !
रक्षा के हैं नए उपकरण ,
मार बड़ी घातक ठहरी !
उपलब्धियां सदा कम लगती ,
सब बुद्धि का खेला है !!
रोग नियंत्रण , मौते कम हैं ,
जनसंख्या है इच्छित सी !
अर्थतंत्र मजबूत हुआ है ,
मँहगी धातु परिलक्षित सी !
सामाजिक बदलाव निराला ,
हमने जिसको ठेला है !!
राजतंत्र भी बदला बदला ,
जनमानस भी बदला है !
बदली सी है परम्पराएं ,
नहीं मनुज मन बदला है !
जीवन की गति , क्रम बदली है ,
बस मानव अलबेला है !!