व्यवहार का गणित
व्यवहार का गणित
इक्कीस डेट है 'बीस इक्कीस साल
कौन गया डेट पर किसके साथ
दो साल से डेट और चार साल से चैट
फिर भी रहा उन्नसीस बीस से उन्नतालीस का भेद।
रंग भेद और संग में शर्तों की सैर
संगम बन गया तीन त्रिकोणों की रेख
लम्ब लगन है ' कर्ण है लक्ष्य और व्यवहार है आधार
तीनों का संतुलन बना पायें तो हो जाये मेल।
व्यवहार में किसी का परिहास शामिल ना करना
व्यवहार में किसी का हास ना करना
खेल खेल में खिलाड़ी तो बन जाना
खिलाड़ी बन स्वयं को खेल ना समझ लेना।
बहारों में व्यवहार बन जाता अच्छा
पतझड़ में व्यवहार बन जाता कच्चा
बहारों में अपना स्वभाव ना बदला जाता
अभावों में सपना अपना नहीं बन जाता।
हर महीने होगी डेट बीस से इक्कीस
पर हर साल ना होगा बीस इक्कीस
ईश वन्दना में उन्नति के चुन लीजिए बीज
सच ही में व्यवहार अच्छे से ईश को बना लीजिए मीत।