वो मनुष्य नहीं
वो मनुष्य नहीं
लोगों को व्यक्ति की सफलता दिखती है,
पर उसके पीछे का संघर्ष नहीं।
पूजा पाठ में चढ़ाया गया भोग नैवेद्य आदि दिखता है
परंतु भगवान के लिए भाव भक्ति नहीं ।
मां की डांट,पापा की नसीहत दिखती है
पर उसके पीछे उनका प्यार नहीं।
किसी भी साक्षात्कार में डिग्री दिखती है
पर ज्ञान कितना है वो नहीं ।
सोशल मीडिया में तस्वीर पे लाइक्स कॉमेंट्स दिखता है
पर असल जिंदगी में कितने है खुश , ये नहीं ।
मित्र,सगे संबंधी तोहफा क्या दे रहे हैं,
महंगा है या सस्ता,ये दिखता है
पर उसके पीछे उनका भाव नहीं।
अच्छे कपड़े ,अच्छा रहन सहन दिखता है
पर संस्कार का अभाव दिखता नहीं ।
जो आसानी से दिख जाए वो पूरा सत्य नहीं,
जो सकारात्मकता छोड़ नकारात्मकता देखे वो मनुष्य नहीं ।