वो मीत बन जाए
वो मीत बन जाए
1 min
212
जो समझे
मेरे मौन की पीड़ा को
जो मेरे अन्तर में झांके
जो समझे मुझको
वो मीत बन जाए
मैं हारूं
अपना सब कुछ उस पर
मेरी हार ही
मेरी जीत बन जाए
नयनों की भाषा में
मैं उसको बोलूं
वो मुझको बोले
बस वो
प्रेम गीत बन जाए
जो समझे मुझको
वो मीत बन जाए।