वीर सपूत
वीर सपूत
विक्रम बत्रा
शहीद हो गए
देश की खातिर
छीन ली
घुसपैठियों से
हिमालय की चोटी
कर दी उनकी
बोटी बोटी
फिर भी कहा
ये दिल मांगे मोर
बात हे ये
मोटी मोटी
देश पे कुर्बान
हो जाना
नहीं कोई बात
छोटी मोटी
जब तक मातृभूमि
की रक्षा का जज्बा
ना हो दिल में
दे नहीं सकता
बलिदान कोई
यूँ ही हँसते हँसते
थे माँ बाप के सपूत
माँ भारती के अवधूत
करता हर हिंदुस्तानी
उन्हें सैल्यूट
हर भारतीय में
हो ये जज्बा
यही सच्ची श्रद्धांजलि
दें उस वीर सपूत ।