मानसिकता बदलो
मानसिकता बदलो
आज आजाद तो हो गए हैं हम,
लेकिन मानसिकता पुरानी है ,
माना दृष्टिकोण बदलना आसान नहीं ,
लेकिन प्रयास करने में हर्ज क्या है I
हम बदलने का प्रयास ही नहीं करते,
और कोसते हैं परिस्थितियों को ,
कई बार कहते बहुत ही सहजता से ,
नहीं बदलता कुछ जो भी कर लो I
पहले अपनी सोच बदलो सब बदल जाएगा ,
तब देखोगे तो एक सुखद सवेरा आएगा ,
धूल सी जम गई है हमारी मनस्तिथि पर,
उस जमी धूल को मनमस्तिष्क से हटाना हैI
जब हम बदलेंगे ,एक सूत्र में बंध जाएगा ,
प्रकाश का बहता स्वरूप जीवन में आएगा ,
पथरीले रास्तों पर भी सुमन बिछ जायेंगे
तब भारत हमारा श्रेष्ठता के शिखर पर जाएगा!