STORYMIRROR

R Rajat Verma

Drama

2  

R Rajat Verma

Drama

वास्ता

वास्ता

1 min
2.8K

बढ़ रहे कदम ऐसी ओर,

जहां से दूर दूर तक वापिस आने का रास्ता नहीं,


छूट रहे है अपने सभी रिश्ते पीछे,

जैसे कि न कब से उनसे रहा वास्ता ही नहीं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama