ऊन के धागे सा
ऊन के धागे सा
ज़िंदगी को बनाओ ऊन के धागे सा।
अगर सलीके और क़ायदे से बुनोगे।
तब इस से बनेगा बहुत सुंदर स्वेटर।
और अगर इस धागे को उलझा दिया।
अपने गलत कर्मों और बुरे विचारों से।
तब भटकते रह जाओगे इधर से उधर।
ज़िंदगी को बनाओ ऊन के धागे सा।
अगर सलीके और क़ायदे से बुनोगे।
तब इस से बनेगा बहुत सुंदर स्वेटर।
और अगर इस धागे को उलझा दिया।
अपने गलत कर्मों और बुरे विचारों से।
तब भटकते रह जाओगे इधर से उधर।