होती है किसी हद तक ऐसी ही प्रकृति एक नारी की भी होती है किसी हद तक ऐसी ही प्रकृति एक नारी की भी
प्यार के फुन्दे बुनना मैं भी जानती हूँ। प्यार के फुन्दे बुनना मैं भी जानती हूँ।
वरना किस्मत में, मेरी गम हज़ार रहते हैं ! वरना किस्मत में, मेरी गम हज़ार रहते हैं !