अधुरा पड़ा वो लाल स्वेटर, मैंने अब तक बुना नहीं। अधुरा पड़ा वो लाल स्वेटर, मैंने अब तक बुना नहीं।
आशीर्वाद देने वाले दादा जी कुछ भी तो नहीं बचा। आशीर्वाद देने वाले दादा जी कुछ भी तो नहीं बचा।
तुम्हारी हँसी को तरसती मेरी रूह तुम्हारी हँसी को तरसती मेरी रूह
प्यार के फुन्दे बुनना मैं भी जानती हूँ। प्यार के फुन्दे बुनना मैं भी जानती हूँ।
लगदे फिर भी थोड़े सेदिन लगदे छोटे ते रातां वे लम्बी लम्बी लगदे फिर भी थोड़े सेदिन लगदे छोटे ते रातां वे लम्बी लम्बी
हमारी भी एक प्यारी दादी थी जो हम से पहले भगवान को प्यारी हो गई। हमारी भी एक प्यारी दादी थी जो हम से पहले भगवान को प्यारी हो गई।