उड़ने का मजा
उड़ने का मजा
कैद में हो अगर तो जिंदगी सजा है,
उड़ने का भी अपना ही मजा है।
पिंजरे से दुनिया देखी तो क्या देखा,
वक्त के हाथों भेज एक नया संदेशा।
लिख दो कि हर कठिनाई तुम्हे रजा है,
पता चलेगा कि उड़ने का क्या मजा है।
दूसरों को उड़ते देख मत होना उदास,
आजमा लो जो मौका मिला है खास।
कर प्रयास तुझमें जो हुनर छुपा है,
देख फिर जिंदगी का क्या मजा है।
अगर मौका मिला उड़ने का तुझे,
मत भूलना जो तेरे पिछे है उलझे।
उड़ते जाना गिरने की परवाह ना करना,
गिरा जो तो फिर उठने से मत डरना।
घमंड में जीना कमजोरी की अदा है,
इसके बिना उड़ने का अलग ही मजा है।
पंखो के बदले बुलंदीयों की उड़ान भर,
कभी नहीं सोचा होगा कुछ ऐसा भी कर।
कोशिशों के बाद जाकर मंजिल दिखेगी,
फिर सपनों की नई दुनिया मिलेगी।
आसमां की ऊंचाइयों में भी रास्ता बना है,
फिर देख इस उड़ान का अलग ही मजा है।