STORYMIRROR

Krishna Bansal

Drama Fantasy Inspirational

4  

Krishna Bansal

Drama Fantasy Inspirational

उदाहरण

उदाहरण

1 min
9


इस राखी पर

बहन बोली भाई से

भाई, 

सदियों से बहन भाई को 

राखी बांधती आई है 

इस आशा के साथ कि 

जब भी कभी 

उस पर मुसीबत आएगी

भाई दौड़ता चला आएगा 

सब रिश्तों को पीछे धकेल

बहन की सुरक्षा को 

सीना तान खड़ा हो जाएगा।


आओ,

इस बार हम कुछ अलग करें

समाज के आगे 

नया उदाहरण रखें।


तुम मुझे राखी बांधों

और मैं तुम्हें। 


जितनी तुम्हारी है 

शिक्षा दीक्षा

उतनी मेरी,

आर्थिक रुप से स्वतंत्र हूं

आत्म रक्षा के गुर सीख लिए हैं मैंने

भावनात्मक स्तर पर भी बलवती हूं अब मैं।


आओ, 

हम प्रण लें

मुश्किल घड़ी में

एक दूसरे की रक्षा का

बीड़ा उठाने का।


सिर्फ भाई बहन ही नहीं 

रिश्ता कोई भी हो

इसी आशय से सब मिल 

एक दूसरे को राखी बांधें।


आओ,

धूमधाम से

राखी का उत्सव मनाएं।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama