तुमसा हसीन।
तुमसा हसीन।
तुमसा हसीन इस दुनिया में न देखा कोई और
तुम ही मेरे दिल की धड़कन बन गए
क्या खूब यादें हैं तेरी, तुम से ही दुनिया है मेरी
गुजर जायेंगी यूं ही यह जिंदगानी
तू ही तू मेरे सांसों में न सहारा कोई और
तुम ही मेरे दिल की धड़कन बन गए
मोहब्बत जो तुमने है सिखलाई, न सहेंगे अब ये जुदाई
इजहार नहीं कर पाते तुम मुझसे फिर भी
वफा की मूरत तुम जैसी न देखी कोई और
तुम ही मेरे दिल की धड़कन बन गए
दुनिया की हमको न परवाह है,रब भी इसका अब गवाह है
न जाने फिर भी यह दुनिया क्यों खफा है
आ मिले फिर भी तुम मुझसे न सोचा कुछ और
तुम ही मेरे दिल की धड़कन बन गए।