STORYMIRROR

Nidhi Adhyaru

Drama Action Classics Others

4.0  

Nidhi Adhyaru

Drama Action Classics Others

तो शायद गलत हो तुम।

तो शायद गलत हो तुम।

1 min
22

दिमाग से जीने वाले लोगों के साथ,
तुम दिलसे जी रहे हो 
तो शायद गलत हो तुम।
प्रैक्टिकल लोगो के सामने 
हॉप रख रहे हो आप,
तो शायद गलत हो तुम।
अपनी भावनाओं को ना समझे अगर कोई,
तो उसको समझाने मैं वक्त झाया कर रहे हो,
तो शायद गलत हो तुम 
आंखों मैं ख्वाब लेकर अगर उसे बंध आंखों से देख रहे हो,
तो शायद गलत हो तुम।
उलझनों को सुलझाने के बजाय उसमें उलझ रहे हो 
तो शायद गलत हो तुम।







Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama