सी ए डे
सी ए डे
सपने जो इन आँखों ने देखे हैं,
ना जाने कितने रात दिन उसने खोये हैं,
महेनत और एग्जाम के वह दिन,
कितनी रातों से वह कहा सोये हैं,
देखा है एक ख्वाब
नाम के आगे सी ए लगाना,
उस ख्वाब के लिए ना जाने कितने त्योहारो को चार दिवालो के बीच गुजरे हैं,
देखा है एक ख्वाब तबसे हार कहा मानी है,
भीड़ मै भी अकेला पाया है खुद को,
जब जब असफलता का साया सर पर पाया है,
तब भी हार कहा मानी इन आँखों ने हौसला और मेहनत का साथ पाया
तभी तो इस मुकाम तक पहुँचे हैं,
वह कहा रातों मै सोये हैं।
होगा वह ख्वाब पुरा एक दिन,
यही सपना तो हर एक सी ए स्टूडेंट ने देखा है।
हैप्पी सी ए डे
