तलबगार
तलबगार
कर्ज़दार न सही राजदार बना लीजिए
ऐ मेरे रहमोकरम एक तलबगार बना लीजिए।
अदागार की फेहरिस्त लंबी न सही
लफ्जों की खूबसूरत किश्त ही बना लीजिए।
इल्तजा करते है महबूब मेरे
खयालों में आप आकर ही इरादे मजबूत कीजिए।
नश्तर तो चुभें ही है कई किश्तों में
एक काँटें की नोक से मेरे जख्म कुरेद लीजिए।
कई दफा कहा था हमने ,न रुलाया कीजिए हमें
आंसुओं की बहती नदियों से हाथ धोने की आदत छुड़ा लीजिए।
