तेरी यादें
तेरी यादें
तेरी यादें मेरे दिल में बसी हुई हैं,
तेरा चेहरा मेरी आँखों में बसा हुआ हैं,
तेरी खुशबू मेरी साँसों में बसी हुई हैं,
तू मेरे दिल की धड़कन बनी हुई हैं ।
सुबह उठता हुँ नमन ख़ुदा को करता हूँ,
ख़ुदा से सदा तेरा ही प्यार माँगता हूँ,
होंठो पे सदा तेरी हँसी ही चाहता हूँ,
तेरी ख़ुशी की सदा मैं दुआ मांगता हूँ,
तेरा चेहरा मेरी आँखों में बसाता हूँ ।
देखा जब से तुझे आशिक़ बन बैठा हूँ,
तेरे मिलन की आस लिए अब मैं बैठा हूँ,
तेरी आँखों में अपनी दुनिया ढूंढ़ बैठा हूँ,
तेरी चाहत में अपने आप को भूल बैठा हूँ,
तेरे चेहरे की रंगत का दीवाना बन बैठा हूँ।
तू हैं तभी तो मेरी साँसे चलती हैं,
तुझपे ही तो मेरी जान बसती हैं,
तुझमें मेरी जन्नत अब बसती हैं,
हुस्ने इश्क की परी तू लगती हैं,
तेरी यादें मुझी में तो बसती हैं ।