मेरा प्यार
मेरा प्यार
जिसे देख दड़कता हैं दिल, वो है मेरा प्यार,
देख जिसे दिल सदा ज़वान रहता हैं,
आँखों में सदा ही उसकी हँसी रहती हैं,
उसकी मीठी बातें रोज़ कानों को गुदगुदाती हैं,
प्यार की मूरत जिसकी हैं, वो हैं मेरा यार।
देख उसे मैं सारे ग़म भूल जाता हूँ,
उसकी हँसी चेहरे की रंगत बन जाती हैं,
मुझे तो वो कोई परी नज़र आती हैं,
प्यार का समंदर नज़र आती हैं,
उसी को देख दड़कन तेज़ हो जाती हैं,
वो हैं मेरा प्यार, वो है मेरा प्यार।
ना देखूं उसे तो ज़ी घबराता हैं,
पाने क ।सदा दिल मचलता हैं,
दूर से देख ही सुकून हो जाता हूँ,
हाले दिल हर बार उसे सुनाता हूँ,
उसके चेहरे की ख़ुशी (रब से)माँगता हूँ,
वो है मेरा प्यार, मेरा दिलदार।
पाने की लालसा से रोज़ उसे देखता हूँ,
रोज़ मीठी मीठी बातें उससे कहता हूँ,
उसे भी पता है मैं उसी पे मरता हूँ,
जग में सबसे ज्यादा उसीसे प्यार करता हूँ,
उसी को पाने की दिल में तमन्ना रखता हूँ,
वो है मेरा प्यार, बस मेरा ही प्यार।