क्या मिला
क्या मिला
क्या मिला किसी को जिसनें नफ़रत किया,
प्यार के बदले भी तो कई बार हैं नफ़रत लिया,
उम्मीद किस पे करें अब तो ऐतबार न रहा,
ज़ीने की चाह पर मरने का भी ना राह मिला।
क्या मिला किसी को जिसनें नफ़रत किया,
प्यार के बदले भी तो कई बार हैं नफ़रत लिया,
उम्मीद किस पे करें अब तो ऐतबार न रहा,
ज़ीने की चाह पर मरने का भी ना राह मिला।