।। तेरे हवाले हो गए ।।
।। तेरे हवाले हो गए ।।
बेख़याली में न जाने,उनसे क्या हम,कह जो गए,
वो मुस्कराए, फिर हँसे और हंसते हंसते रो गए।।
कह न पाए बात उनसे हम कभी दिल की सनम,
जब मिले मायूसियां थी,सर कांधे पे रख के सो गए।।
मुझको तो ये लगता फक़त, मेरी ही कहानी ग़मज़दा,
जब सुनी तेरी जुबानी ,एक सैलाब से मैं हम बह गए ।।
क्यों में ढूंढू कासी काबा, अब क्यों कोई पूजा का घर,
इक इबादत कर तेरी , हम मुल्ला से काफ़िर हो गए।।
जिक्र तेरा ही बहुत, इस दिल को तड़पाने को मेरे,
रफ्ता रफ्ता एक आदमी से, हम भी दीवाने हो गए ।।
प्यार ने हमको भी गोया,इतना निकम्मा कर दिया,
खुद को अब आईने में देखे, कितने जमाने हो गए ।।
बस अब खैर मांगूंगा तेरी, चाहे रहूं किस हाल में,
'दिनेश' ये तेरी ही मोहब्बत, अब तेरे हवाले हो गए।