तानो की लहर
तानो की लहर
ये दौर लगा बैठा जो लोगों को
ताने, तकलीफ़ें देने की,
क्या हासिल हो उठता उनको
किसी की खुशियाँ छिनने की?
क्या उनकी जिंदगी तुम खुद
चला रहे हो?
क्या उनके गम तुम अपना
समझते हो?
इतना हक भी नहीं जितना
तुम समझ लेते हो?
उनके जिंदगी के मालिक वो
खुद है तुम नहीं हो।
