आज़ादी दिल से
आज़ादी दिल से
आज़ादी दिल से होनी चाहिए वरना दिमाग से
चलनेवाले आज़ाद कहा हो पाते हैं ?
आज़ादी रिश्तों में होनी चाहिए वरना
अंधविश्वास में उलजे लोग त्योहार कहा मना पाते हैं।
आज़ादी दिल से होनी चाहिए वरना दिमाग से
चलनेवाले आज़ाद कहा हो पाते हैं ?
आज़ादी रिश्तों में होनी चाहिए वरना
अंधविश्वास में उलजे लोग त्योहार कहा मना पाते हैं।