तकदीर
तकदीर
हर इंसान यही कहता है
तकदीर में किसके क्या बदा है
कोई नहीं जानता है
जो भी आज हो रहा है
वह कर्मों का फल है ।
मजेदार बात तो यह है
जो अच्छा हुआ तो-
अपनी मेहनत मानी
बुरा हुआ तो प्रभु के नाम
जैसी प्रभु इच्छा
जो अब तक हुआ
क्या वो प्रभु इच्छा नहीं थी?
सच कहूँ - सब प्रभु इच्छा है
ईश्वर चौबीस घंटे आनलाइन हैं
हमारे हर पल का लेखा जोखा उनके पास है
फिर ये तकदीर व भाग्य क्यों?
प्रभु पर रखकर विश्वास
अपने कर्म सत करो
मेनत से अपनी तकदीर सँवारो
आनलाइन प्रभु सब डेटा क्लेक्ट कर लेंगे
कभी सवाल जवाब की जरूरत नहीं पड़ेगी
तकदीर सँवरेगी
प्रभु बधाई भेजेंगे
हम थैंक्यू कहेंगे।