एक सैनिक अपने कर्मफल के लिये, स्वर्ग के प्रवेश द्वार पर खड़ा था, मरणोपरांत अंतिम निरीक्षण के लिये, ... एक सैनिक अपने कर्मफल के लिये, स्वर्ग के प्रवेश द्वार पर खड़ा था, मरणोपरांत अंति...
हर इंसान यही कहता है तकदीर में किसके क्या बदा है कोई नहीं जानता है. हर इंसान यही कहता है तकदीर में किसके क्या बदा है कोई नहीं जानता है.
करोड़ों अरबों की भीड़ में भी तेरे दुष्कर्म या सत्कर्म तुझे ढूंढ निकालेंगे करोड़ों अरबों की भीड़ में भी तेरे दुष्कर्म या सत्कर्म तुझे ढूंढ निकालेंगे
सफलता वर्दी है वक्त पर खा ले, सफलता वर्दी है वक्त पर खा ले,
भीष्म पितामह को भी तो था, इसी इच्छा मृत्यु का वरदान, भीष्म पितामह को भी तो था, इसी इच्छा मृत्यु का वरदान,