ब्रांडेड कपड़े भूल गए
ब्रांडेड कपड़े भूल गए
पजामे में देखो कैसे हमारे दिन रात गुजर रहे,
ब्रांडेड कपड़े के तो जैसे हम शायद नाम भी भूल गए।
महंगी कॉफी से बेहतरीन मसाले वाली मां की चाय अच्छी लगी,
घर पे रहकर भी कितनी सारी नई-नई खुद मे खूबियां नज़र आने लगी।
दोस्ती का हाथ बढ़ा है घर में सब के साथ,
दोस्तो से लोंग ड्राइव और घूमने की प्लानिंग की याद आती है सारी बात।
खुशनसीब है जो सब कुछ है हमारे पास जरा तो सोचो मेरे यार,
ब्रांडेड कपड़े, महंगी कॉफी और कम पैसों से भी गुज़ारा चल सकता है मेरे यार।