सुनो शब्द..!
सुनो शब्द..!
सुनो शब्द..!
सबकी पूर्णता
तुमसे है
फिर मैं
अलग हो
सकती हूँ क्या..!!
सुनो तात..!
तुम अपने उम्र से कहो
यहीं ठहर जाये,
बढ़ तुम रहे हो
क्षीण कोई और हो रहा है..!
सुनो शब्द..!
सबकी पूर्णता
तुमसे है
फिर मैं
अलग हो
सकती हूँ क्या..!!
सुनो तात..!
तुम अपने उम्र से कहो
यहीं ठहर जाये,
बढ़ तुम रहे हो
क्षीण कोई और हो रहा है..!