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Savita Gupta

Abstract

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Savita Gupta

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सुन लो...

सुन लो...

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न पूजी जाने की तमन्ना

न सहानुभूति की कामना

न चाह शक्ति रुपा बनना

न ही कमजोर है नारी सुनना

सीता न ही सावित्री बनना


इंसान है बस नारी ललना

समानता सम्मान का हो गहना

कर सकती है हर चुनौती का सामना


चुप न रहुँगी न सहुँगी प्रताड़ना

पश्चिम की अनुसरण की न हो भावना

भारतीयता की परछाई संग आगे बढ़ना 


तोड़ कर सदियों की विडंबना 

उतार कर पाँवों की बेड़ियाँ 

बस प्रगति पथ पर चलना

यही है नारी की कामना।


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