सतरंगी
सतरंगी
सतरंगी है पहचान हमारी
सतरंगी है ध्वज हमारा
ना गोरा,ना काला, ना सांवला
सतरंगी है रंग हमारा ।
सात रंगों का है मेल
दिल में हम रखे ना मैल
हम सबकी है एक कहानी
हर रंग बयां करे अपनी जुबानी।
शुरू हो रंग से गुलाबी
खतम हो रंग पे बैगनी
है रंग की अपनी निशानी
जो दृश्य दे कहानी हमारी।
सुर्ख गुलाबी प्यार का प्रतीक
लाल सुनाए हमारी जिंदगी का अतीत
नारंगी हमारा मरहम बन जाए
पीला सूरज सी रोशनी भर जाए ।
हरा हमारी प्रकृति दर्शाए
फिरोजी अपना जादू बिखराए
नीला हमे शांत कर जाए
बैगनी हमारी आत्मा पवित्र कर पाए।
ये समाज हमे कभी न समझे
प्यार को भावना ना समझे
जरूरी नहीं हर राही को मंजिलें मिले
सफर में बस एक हमसफ़र मिले।।