सतरंगी सौंदर्य
सतरंगी सौंदर्य
दिलों का रंग लाल क्यों ?
मन में इतने सवाल क्यों?
उसके नयनों में नीले रंग का,
सागर जैसा कमाल क्यों?
काली घटा जैसी काली जटा,
श्वेत मुखड़े पे,
मचा रही बवाल क्यों?
धनुष जैसी पतली भौं,
तीक्ष्ण विकराल क्यों?
उसके सुर्ख होठों पे,
गुलाबी रंग निहाल क्यों?
हरे रंग के आंचल में,
ये परी बेमिसाल क्यों?

