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Kanchan Prabha

Abstract

4.8  

Kanchan Prabha

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स्त्रियाँ

स्त्रियाँ

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कभी सख्त, कभी नर्म

कभी बिंदास, कभी शर्म

कभी कर्क, कभी रूप

क्या क्या होती है स्त्रियाँ 

कभी खुशी, कभी दर्द

कभी गर्म, कभी सर्द

कभी धार, कभी प्रीत

कभी हार, कभी जीत

क्या क्या होती है स्त्रियाँ 

कभी धुंध, कभी बयार

कभी सुगंध, कभी प्यार

कभी रजनी, कभी तेज

कभी काँटा, कभी सेज

क्या क्या होती है स्त्रियाँ 

कभी प्रेम, कभी भूल

कभी प्यास, कभी शूल

कभी शांत, कभी चंचल

कभी मिट्टी, कभी कंचन

क्या क्या होती स्त्रियाँ 


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