कुछ सोए हुए थे ख्वाब धीरे धीरे वो भी जग रहे थे। कुछ सोए हुए थे ख्वाब धीरे धीरे वो भी जग रहे थे।
धुँआ धुँआ होते तुम्हारे एहसास को मैं ! धुँआ धुँआ होते तुम्हारे एहसास को मैं !
और मैं लापता हूँ कब से तुम्हारे उन्हीं ख्यालात में। और मैं लापता हूँ कब से तुम्हारे उन्हीं ख्यालात में।
तभी ये कह सको .... कि प्रेम तो है, दुनिया में कहीं ना कहीं। तभी ये कह सको .... कि प्रेम तो है, दुनिया में कहीं ना कहीं।
फिर ज़ात-ए -ख़ुदा तेरा फ़रिश्तों में नाम लेगी। फिर ज़ात-ए -ख़ुदा तेरा फ़रिश्तों में नाम लेगी।
आँच देने देखो ना ये फ़रवरी के जलवे लाजवाब है। आँच देने देखो ना ये फ़रवरी के जलवे लाजवाब है।