पहला प्यार
पहला प्यार
पहले प्यार के मासूम रेशे,
इतने नरम और मुलायम होते हैं,
अक्सर कि उनसे विवाह की
दुनियादारी वाली कसीदाकारी,
हो ही नही पाती।
यादो की संदूकची में
रखे रहते हैं वे हमेशा,
नर्म फाहे से
ताकि तुम जब भी महसूस करो,
तभी ये कह सको
कि प्रेम तो है,
दुनिया में कहीं ना कहीं।