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डाॅ सरला सिंह "स्निग्धा"

Classics

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डाॅ सरला सिंह "स्निग्धा"

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सरला की दोहावली

सरला की दोहावली

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1- पुंसवन संस्कार

 यह पुँसवन संस्कार है,विधिवत करते लोग।

 गर्भ तीसरे माह में, शिशु का देखकर योग।।


2-सीमन्तोन्नयन संस्कार

 करते यह संस्कार हैं, गर्भ आठवें मास।

 कहते सीमन्तोन्नयन,रोग न आये पास।।


3- जातकर्म संस्कार

 शिशुका जिसदिन जन्म हो,करते यह संस्कार। 

 जातकर्म कहते इसे, करे रीति संसार।।


4- नामकरण संस्कार

 रखते इस दिन नाम हैं, बच्चे का शुभ सोच।

 नामकरण कहते इसे, रखे न कोई लोच।।


5- निष्क्रमण संस्कार

 करते यह संस्कार हैं, शिशु निष्क्रमण जान। 

 सूर्य चन्द्र किरणें करें, बालक से पहचान ।।


6-अन्नप्राशन संस्कार 

 निकले जब शिशु दाँत है, देते ठोस आहार। 

 करें अन्नप्राशन सभी, यह भी है संस्कार।।


 7- मुंडन संस्कार

 मुंडन शिशु सिर का करें,पावन दिन को जान। 

 करते यह संस्कार हैं, करें साथ में दान।।


 8- कर्णवेधन संस्कार

  पहनाते हैं कुछ प्रथम, शिशु को उनके कान।

  कहें कर्णवेधन इसे, उपयोगी बहु जान।।


 9- विद्यारम्भ संस्कार

 शिशु का विद्यारम्भ हो,देख दिवस शुभ वार।

 पूजे गुरु अरु शारदा, पावन यह संस्कार।।


10- उपनयन संस्कार

 होता उम्र विशेष पर, यह पावन संस्कार।

 गले जनेऊ डालते, मिलता हर्ष अपार।।


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