रंग
रंग
रंग बरसता होली में देखो
बिन बादल हर आंगन में।
दिल उपवन है खिला हुआ
बगिया जैसे हो सावन में।
कंठ कंठ संगीत सजा है
ये राग रंग मन भावन है।
है गली गली उत्साह पर्व
आया उत्सव यह पावन है।
रंग बरसता होली में देखो
बिन बादल हर आंगन में।
दिल उपवन है खिला हुआ
बगिया जैसे हो सावन में।
कंठ कंठ संगीत सजा है
ये राग रंग मन भावन है।
है गली गली उत्साह पर्व
आया उत्सव यह पावन है।