Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

आक्रमण

आक्रमण

2 mins
329


जंग तो चल रही है आज मेहनत के मैदानों में

लड़ रहा है आज तू ज़िन्दगी के इन तूफ़ानों में

रोक ना पाए अब तुझ को तेरे ही लक्ष्य तक

गूँज रहा है नाम तेरा जंग के इन जुबानों में

ना लेना तू कभी ना देना तू शत्रुओं को शरण

पाना है विजय अगर कर ले आज तू आक्रमण


खराब हो चला ज़माना सारा खो गये हर कोई

अपने ख़्याल में

डरा दे आज तेरे वार से ना रखना उसे सही

हाल में

जाल तो बिछा रहे है अगर कोई यार अपना

तो छाप दे तू निशान अब कांटों भरी खाल में

बंदूकों से कर ले अब तेरे शत्रुओं का नामकरण

पाना है विजय अगर कर ले आज तू आक्रमण


बातों से ना माने अगर मानते है यहाँ लातों से

पनप रहा है हर बात कोई कितने दिन कितने

रातों से

अपने मक़सद तक चल रहे बन के हमराही

कोई यहाँ

बनती नहीं हर समाधान यहाँ कितने ही

मुलाकातों से

पार कर ले अब तू जीवन के कई चरण

पाना है विजय अगर कर ले आज तू आक्रमण


जल रहे है मासूम कई बदले की इस आग में

नफ़रत के गुल खिल रहे ज़िन्दगी के इस बाग़ में

वक़्त अब तो आया है सबको होश में आने को

डाल दे आज अपने जज़्बात मन के इस चिराग में

उखाड़ दे अब तू दुश्मनों के फ़ैला ये चमन

पाना है विजय अगर कर ले आज तू आक्रमण


सत्य शान्ति के राहें तू सबको दिखा के चल

सोच से नहीं कर्मों से तेरे निकाल हर

समस्या का हल

महफ़ूज रहे अगर तेरे इन मजबूत हाथों में

तो चमक उठेगा यूँ अपना आने वाला कल

होने दे अब हर तरफ़ कर ले तू जागरण

पाना है विजय अगर कर ले आज तू आक्रमण


फैल गयी है हर तरफ़ नफ़रत का ये ज़हर

मच गयी है चारों ओर तबाही का ये कहर

बीतने लगा है अब तो बुराई का ये पहर

दुःख के मंज़र में डूब चला है ये शहर

खोने लगा है अब तो हर पल ये अमन

पाना है विजय अगर कर ले आज तू आक्रमण



Rate this content
Log in