जय किसान
जय किसान
जो रखे हरियाली चारों और
जो न डरे आँधी-तूफ़ानों से
जो रहे हर दम तैयार.
जो देश का है अन्नदाता
बंजर भूमि को जो अपनी मेहनत से है पिघला देता.
पिघला कर इस धरती में जो फसल है उगा देता.
दिन की तेज धूप, तेज बरसात मे खेतों मे,
काम करना ओर रात दिन एक कर उन खेतों मे उग रही फसल का ध्यान रखना
बड़े ही मेहनत का काम है
जो सिर्फ एक किसान ही कर सकता है
जिंदगी में आ रही मुसीबतों को,
जो बिन थके हंसते हुए, पार कर जाता है
हरियाली का संदेश हमे जो देता है ,
जो आसानी से दे देता है
जो खून पसीना एक कर,
मेहनत करता इतनी शिद्दत से
है नहीं वो केवल किसान, वो तो एक वीर जवान.
वो तो है एक वीर किसान.
जिनका जीवन होता है आदर्श से भरा हुआ,
जो रखते हैं सरल जीवन, ऊँचे विचार,
वो किसान होता है ,
जो बारिश हो या धूप कड़ी,
अपना कर्म वो करता है.
अगर विश्व गुरु बनने का पूरा करना हैं सपना,
तो किसानों को आगे हैं रखना।
किसान का विकास, पूरे मानव जाती का विकास है
जो खुद पीछे रह के देश को आगे बढ़ाता है,
वो किसान है ,
जो यू अपना फर्ज निभाता है
करती हू नमन, किसानो को
जय जवान, जय किसान।