उम्र नशे की लत
उम्र नशे की लत
नादान उम्र और नशे की लत
ऐसे मासूमों को बद्दुआ कौन देगा ।।
कर ले तू अपनी मंजिल हासिल
सोच बाहर दाखिला दिलाया था
खुद ही दोस्तों संग आखिर तूने क्यों
नशे की लत को गले लगाया था
न जी रहा था न मर रहा था
ऐसे युवा से घृणा कौन करेगा,
नादान उम्र और नशे की लत
ऐसे मासूमों को बद्दुआ कौन देगा ।।
यह अंधा खाई है जानकर अपनाया
माता- पिता ने तुझे बहुतेरे समझाया
चाह कर भी तेरी बर्बादी रोक न पाया
ऐसे बर्बादी को जुर्माना कौन भरेगा
नादान उम्र और नशे की लत
ऐसे मासूमों को बद्दुआ कौन देगा ।।
समझो उस ईश्वर का इशारा
जीवन फिर मिलता नहीं दोबारा
अंतर्मन तेरा नशा ने हैं बिगाड़ा
स्वस्थ तन- मन से सुंदर जग सारा
तुम बिन पानी का सुंदर कुआं कौन करेगा
नादान उम्र और नशे की लत
ऐसे मासूमों को बद्दुआ कौन देगा ।।
