दिल की चाह
दिल की चाह
आज हिंदी दिवस के अवसर पर,
मेरे दिल की है इतनी सी चाह,
जागे हर किसी के मन में,
बस अपनी स्वदेशी का भाव।
मिटे सब के मन का अंधेरा,
और दिखे अपनी भाषा की राह,
मेरे भारत का हर भारतवासी,
करे अपनी हिंदी भाषा को इख्तियार।
जागे ज्योति सच्चे देशप्रेम की,
और स्वदेशी भाषाओं का हो मान,
भारत का हर एक भारतवासी,
करे अपनी भाषाओं का सम्मान।
करे प्यार अपनी ही भाषा से,
करे परदेशी भाषा का त्याग,
अपनी संकृति को आगे बढ़ाए,
और बढ़ाए अपने भारत की शान।