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सोनी गुप्ता

Tragedy

4.0  

सोनी गुप्ता

Tragedy

सरकारी तंत्र

सरकारी तंत्र

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241


आज काम हो रहे सरकारी तंत्र से सारे ,

काम निकलना नहीं है आसान ,

जिससे वंचित रह जाते कई गरीब बेचारे I 


उच्चवर्ग खुश है काम सारे पूरे होते आराम से ,

काम निकालो सरकारी तंत्र से दे दो चाहे दाम सारे ,

कई लोगों के काम होते पूरे सिर्फ नाम से I 


लम्बी -लम्बी लाइन है लगता हर जगह फ़ाईन है ,

पैसा देते ही हो जाता है काम सारा ,

जिसके पास नहीं है पैसा ,वह रह जाता है बेचारा I 


सत्ता का देखो कैसा घमंड है ,काम चाहे मंद हो ,

भ्रष्टाचार इनको भाता है ,मुफ्त का पैसा जेब में जाता है ,

यह सरकारी तंत्र गरीबों के काम क्यों नहीं आता है I 


जहाँ गरीब अपने लिए आवाज उठाते हैं,

सरकारी तंत्र उनकी सच्चाई को क्यों दबाते हैं ,

बदले में झूठा आश्वासन फिर देते हैं I 


सरकारी तंत्र की आड़ में पनपता भ्रष्टाचार है ,

यह सुविधा तो आम आदमी के लिए बेकार है ,

यह सरकारी तंत्र इसलिए बदनाम है I 




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