सफ़ेद रंग (मनहूस तो कहीं शुभ)
सफ़ेद रंग (मनहूस तो कहीं शुभ)
रंगों का भी खेल निराला
कभी शुभ तो कभी मनहूस
ऐसा इंसान ने इसे बना डाला
सफ़ेद रंग है शांति, शुद्धता व
पवित्रता का प्रतीक
क्यूँ करते इसे देख दिल भयभीत
कहीं विवाहिता के लिए अभिशाप
तो कहीं नयी दुल्हन रचाए विवाह
पहने सफ़ेद गाउन का लिबास
जो रंग मन को भाये
पहनो ओढ़ो और बिछाओ
उसी में ज़िन्दगी ख़ुशनुमा हो जाए
सफ़ेद रंग ने सिखाया सब में घुल मिल जाना
दूसरे रंग की ख़ुशी के लिए
खुद को उसी के हल्के रंग में ढल जाना
