STORYMIRROR

मन शांति अभिशाप घुल पहनो सम्मान धरती घड़ी ठिकाना स्वभाव मेहमान यादगार वापस अवगुण माँ को मैं देखती हूँ उस कुतिया में माँ को मैं देखती हूँ उस खूँखार सी बिल्ली में जो हल्के से मुँह में दबाकर ले जाती है सात घर घुमाने की रस्म पूरी करने के लिए

Hindi हल्के Poems