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कभी डॉक्टर, कभी दोस्त तो कभी कुक बन जाती माँ तो हर किरदार निभाना जानती थी। कभी डॉक्टर, कभी दोस्त तो कभी कुक बन जाती माँ तो हर किरदार निभाना जानती थी।
रजत ने अपने आप को पुरी तरह बदल दिया था,वो अब टीना के साथ एक परिवार बसाने वाला था।। रजत ने अपने आप को पुरी तरह बदल दिया था,वो अब टीना के साथ एक परिवार बसाने वाला था...
एक दिन संगीता के फिल्मो की कैसेट गाँव मे एफ एम दुकान पर बिक रही होती है। एक दिन संगीता के फिल्मो की कैसेट गाँव मे एफ एम दुकान पर बिक रही होती है।
गाड़ी रुकते ही जल्दी से भागते हुए अनिल की गाड़ी के पास जाती है गाड़ी रुकते ही जल्दी से भागते हुए अनिल की गाड़ी के पास जाती है