"समय क्रूर ने छल किया"।
"समय क्रूर ने छल किया"।
समय क्रूर ने छल किया,
तुम्हें हमसे छीना।
हृष्ट पुष्ट सुडौल बहुत थे,
नहीं थे तुम हीना।
नहीं थे तुम हीना,
जंग कैसै हार गए।
काम शेष बहुत थे
अधूरे तुम छोड़ गए।
कह 'जय' ईश तूने,
वार किया अभी असमय।
कुछ तो रहम करता,बक्श देता अतिरिक्त समय।
