सलाम आ जाता
सलाम आ जाता
काश उनका सलाम आ जाता
चाहतों का पयाम आ जाता।
हर किसी को मिला करे सब कुछ
काश ऐसा निज़ाम आ जाता।
जिस क़दर मिल गई उन्हें मंज़िल
अब मिरा भी मुकाम आ जाता।
जो इशारा ज़रा कभी करते
आपका ये ग़ुलाम आ जाता।
महफ़िलों में मेरी धमक होती
काश मेरा कलाम आ जाता।
