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GOVIND RAKESH

Abstract

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GOVIND RAKESH

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सबसे पहले मुझे दिखा देना

सबसे पहले मुझे दिखा देना

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सबसे पहले मुझे दिखा देना

फिर कहीं भी इसे छुपा देना।


गीत मैं भी तो गुनगुनाता हूँ

ये उसे भी ज़रा जता देना।


कुछ नहीं है अता पता उसका

ढूंढ पाओ अगर बता देना।


पा सके जिससे मंजिलें अपनी

राह वैसी उसे दिखा देना।


वो अभी भी ज़रा ख़फ़ा सी है

मिल के राकेश तुम हँसा देना।


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