सीता की अग्नि परीक्षा कब तक ?
सीता की अग्नि परीक्षा कब तक ?
सीता की अग्नि परीक्षा कब तक ?
आखिर नारी शांत रहेगी कब तक ?
दुनिया हदें पार करेंगी कब तक ?
अबला को गम देंगी कब तक ?
रामायण के अनुसार अपने ही स्वामी श्री राम के कहने पर,
मय्या सीता जी को देनी पड़ी थी अग्नि परीक्षा
सदा राम की आज्ञा का पालन करने वाली
जनक नंदिनी ने पति के मुख से निकली
हर बात की, की थी रक्षा।
त्रेता युग से लेकर आज तक
हमारी संस्कृति ने हमें ये ही सिखाया
पति की तन, मन, धन से सच्ची सेवा
करना ही पत्नी के मन को भाया।
हर बार स्वार्थी जन अपने फ़ायदे के लिए
नारी का मजाक खूब उड़ाया
दशानन के समान अपहरण करने का
षड्यंत्र दानवों ने आज भी रचाया।
आज के वैज्ञानिक युग में देख
रही हूँ मैं वीरांगनाओं के उपकार
हर क्षेत्र में तरक्की करती हुई स्त्रियाँ
ले रही हैं अनेक उपहार।
किंतु कईं बार महिलाओं को
सीता की तरह अग्नि परीक्षा से भी गुज़रना पड़ता है
हर बार अपनी पवित्रता का परिचय देना पड़ता है
सीता की अग्नि परीक्षा कब तक ?
मैं आप सभी से पूछना चाहती हूँ
वर्तमान में पुनः मर्यादा पुरुषोत्तम
भगवान श्रीराम चंद्र जैसे राजा चाहती हूँ।
प्रजा की निस्वार्थ सेवा करने वाले
ऐसे अनेक राजा चाहती हूँ
सीता की अग्नि परीक्षा कब तक ?
होगी खत्म, जवाब चाहती हूँ।
